शिक्षा पर जोर दे रहे भोपाल के विभिन्न सामज, छात्रों के लिए कर रहे लाइब्रेरी और फ्री कोचिंग तक के इंतजाम

अनूप दुबे. बच्चों को उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि के आधार पर पुश्तैनी काम-धंधे में लगाने के बजाय उसे शिक्षित किया जाने से वह स्वयं, अपने परिवार और समाज का विकास करने में सक्षम बनता है। गत दिनों सैनी समाज की बैठक में शिक्षा पर जोर देकर कहा गया कि अगर माता-पिता को एक टाइम भूखा रहना पड़े तो रहे, लेकिन बच्चों को खूब पढ़ाए। इसी मूलमंत्र को अपनाते हुए भोपाल में समाज के संगठन ने समाज के बच्चों को पढ़ाई के अवसर और सुविधा देने पर जोर देना शुरू कर दिया है। उन्हें पढ़ाई में अव्वल आने पर सम्मानित किए जाने से लेकर लाइब्रेरी और कोचिंग तक की व्यवस्था की जाने लगी हैं। दूसरे शहरों में परीक्षा के लिए पहुंचने वाले समाज के युवाओं को रुकने और खाने तक के प्रबंध किए जा रहे हैं। उद्देश्य सिर्फ एक ही कि बच्चा किसी अवसर से वंचित न रह जाए और न ही उसे इसका अफसोस रहे कि समाज ने उसकी मदद नहीं की।


अन्य शहरों में परीक्षा देने पहुंचने वाले समाज के युवाओं के लिए रुकने और खाने तक की व्यवस्था




  1. महाराष्ट्रीयन कुनबी पाटिल समाज ने शुरू की फ्री कोचिंग की सुविधा


     


    महाराष्ट्रीयन कुनबी पाटिल समाज सेवा समित के अध्यक्ष सुनील नत्थू पाटिल ने बताया कि मैरिट में आने वाले छात्रों को भोपाल में 3 जगहों पर कोचिंग की व्यवस्था की है। यह कोचिंग समाज के लोगों द्वारा संचालित हैं। यहां समाज के बच्चों को सामान्य विषयों से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं तक में शामिल होने वाले छात्रों को पढ़ाया जा रहा है।


     




  2. सिंधी सेंट्रल पंचायत : समाज के लोगों ने की लाइब्रेरी की व्यवस्था


     


    अध्यक्ष भगवानदेव ईसरानी ने बताया कि समाज के बच्चों को पढ़ाई के लिए लाइब्रेरी की व्यवस्था की गई है। समाज के ही एक शिक्षक द्वारा संचालित एक कोचिंग में इसकी व्यवस्था की गई है। 10वीं और 12वीं में अच्छे अंक लाने और 12वीं के बाद आगे पढ़ाई करने वाले छात्रों को 2 हजार रुपए प्रतिमाह स्कॉलरशिप दी जाती है।